नयी दिल्ली, 20 नवंबर (भाषा) भारत के महालेखा परीक्षक और नियंत्रक (कैग) गिरीश चंद्र मुर्मू को जिनेवा स्थित अंतर संसदीय संघ (आईपीयू) का बाहरी ऑडिटर चुना गया है। शुक्रवार को जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय एजेंसी आईपीयू में सीएजी मुर्मू का कार्यकाल तीन साल का होगा। गिरीश चंद्र मुर्मू देश के 14वें सीएजी हैं। मुर्मू जल्द ही स्विट्जरलैंड के उच्चतम ऑडिट संस्थान से इसका कार्यभार हासिल करेंगे। ज्ञात हो कि मुर्मू ने बीते अगस्त माह में ही जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल पद से इस्तीफा दिया था। इसके बाद उन्हें सीएजी बनाया गया था। मुर्मू का चुनाव हाल में आईपीयू की 248वें सत्र की बैठक में किया गया। आईपीयू 179 देशों के संसद सदस्यों की इकाई है। इसके 13 सहयोगी (नामित) सदस्य भी हैं। आईपीयू को संयुक्तराष्ट्र महासभा के स्थानीय पर्यवेक्षक का दर्जा हासिल है। भारत के कैग कई अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के बाहरी ऑडिटर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि अंतर-संसदीय संघ एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है। मूल रूप से यह संगठन लोकतांत्रिक देशों की संसदों के बीच समन्वय बनाने के लिए काम करता है। संगठन का मुख्य उद्देश्य लोकतांत्रित प्रशासन को प्रमोट करना, जवाबदेही तय करना, सदस्य देशों के बीच समन्वय स्थापित करना हैं। इसके साथ ही ये संगठन राजनीति में लैंगिक समानता, युवाओं की सहभागिता व सतत विकास को बढ़ावा देता है।
हाल में कैग विश्व खाद्य कार्यक्रम, विश्व बौद्धिक संपदा अधिकार संगठन, अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी, संयुक्त राष्ट्र पर्यटन संगठन, अंतरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन, अंतरराष्ट्रीय समुद्री संगठन इत्यादि के भी बाहरी ऑडिटर रहे हैं।
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