कोरोना महामारी के चलते शुक्रवार को फिच रेटिंग ने कहा कि सरकार द्वारा लागू किए गए सुधार एजेंडे से भारत की मध्यावधि वृद्धि को बढ़ावा मिल सकता है। मध्यम अवधि में वृद्धि दर के लिए निवेश को बढ़ावा देने और उत्पादकता बढ़ाने के लिए सुधारों की जरूरत होगी यह बात रेटिंग एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा! हालांकि, फिच ने कहा कि यह आकलन करने में समय लगेगा कि क्या सुधारों को प्रभावी ढंग से लागू किया गया है।
इसके अलावा एक बयान के अनुसार, फिच रेटिंग्स का मानना है कि कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के चलते सरकार के सुधार एजेंडे की वापसी से भारत की मध्यावधि वृद्धि को बढ़ावा मिल सकता है। रेटिंग एजेंसी ने आगे यह कहा कि इसके बावजूद वृद्धि को घटाने के दबाव बने हुए हैं, और यह आकलन करने में समय लगेगा कि क्या सुधारों को प्रभावी ढंग से लागू किया गया है। फिच ने यह भी कहा कि महामारी के चलते मध्यम अवधि में वृद्धि धीमी हो जाएगी, क्योंकि कंपनी के बहीखातों को पहुंचा नुकसान वर्षों तक निवेश को प्रभावित कर सकता है।
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