प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों से सोमवार को टेलीफोन पर बातचीत की और आतंकवाद, उग्रवाद तथा चरमपंथ के खिलाफ लड़ाई में फ्रांस को भारत के पूर्ण समर्थन की बात दोहराई। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी बयान के मुताबिक, बातचीत के दौरान मोदी ने हाल ही में फ्रांस में हुए आतंकवादी हमले को लेकर शोक भी जताया। मोदी ने ट्वीट किया, ”कोविड-19 के बाद उभरी परिस्थितियों से संबंधित अवसरों एवं चुनौतियों को लेकर अपने मित्र एमैनुएल मैक्रों के साथ बातचीत की। आतंकवाद एवं चरमपंथ के खिलाफ फ्रांस की लड़ाई में भारत उसके साथ खड़ा है।” उन्होंने कहा कि भारत-फ्रांस की साझेदारी एक ऐसी ताकत है जो हिंद-प्रशांत समेत पूरे विश्व की भलाई के लिए है।
पीएमओ ने कहा कि संवाद के दौरान मोदी और मैक्रों ने पारस्परिक हित वाले अन्य द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा की। दोनों नेताओं ने कोविड-19 टीके की उपलब्धता एवं पहुंच में सुधार, हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग, समुद्री सुरक्षा, रक्षा सहयोग, डिजिटल अर्थव्यवस्था और साइबर सुरक्षा को लेकर भी चर्चा की। बयान में कहा गया है कि दोनों नेताओं ने हाल के वर्षों में भारत और फ्रांस की रणनीतिक साझेदारी की मजबूती पर संतोष जताया। इसके साथ ही वे कोविड दौर के बाद मिलकर काम करते रहने पर सहमत हुए।
उल्लेखनीय है कि फ्रांस में पिछले कुछ समय से आतंकवादी हमलों में वृद्धि देखी गई है और इस वर्ष अक्टूबर में भी देश में कई आतंकवादी हमले हुए थे जिसमें एक शिक्षक की एक कट्टरपंथी युवक द्वारा गला रेत कर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद देश के नीस शहर में एक चर्च में भी हमला हुआ था जहां ट्यूनिशिया के एक नागरिक ने तीन लोगों को चाक़ू मार दिया था। आतंकवादी हमलों में वृद्धि को देखते हुए देश के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने इस्लामिक कट्टरपंथ पर लगाम लगाने के लिए सभी तरह के आवश्यक कदम उठाने की बात कही है जिसमें देश में सुरक्षा बढ़ाना और कट्टरपंथियों की गतिविधियों पर नजर रखने जैसे कदम शामिल है।
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